सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में चौथा सबसे आम कैंसर है जो महिला के गर्भाशय ग्रीवा में असामान्य वृद्धि कोशिकाओं के कारण होता है।

1)असामान्य रक्तस्राव 2)योनि स्राव में वृद्धि या दुर्गंध आना 3)योनि में असुविधा

लक्षण

WHO के अनुसार सर्वाइकल कैंसर के 99% मामलों का कारण ह्यूमन पैपिलोमावायरस या HPV है। यह सामान्य यौन संचारित संक्रमण है जो गले, जननांग और त्वचा को प्रभावित करता है।

सर्वाइकल कैंसर का पता कैसे लगाएं?

PAP परीक्षण कैंसर कोशिका का पता लगा सकता है और इसे हर उस लड़की को करना चाहिए जो वयस्कता में प्रवेश कर रही है, 20 वर्ष से ऊपर, तीन से पांच साल तक के स्क्रीनिंग अंतराल के साथ।

यदि आप HPV वायरस के खिलाफ टीका लगवाते हैं तो सर्वाइकल कैंसर को रोका और ठीक किया जा सकता है।

भारत के पास अपना स्वयं का टीका, "CERVAVAC"है जो चार प्रकार के एचपीवी संक्रमणों को TARGET करता है।

बजट 2024 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि ''हमारी सरकार सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9 से 14 वर्ष की आयु वर्ग की लड़कियों के लिए टीकाकरण को प्रोत्साहित करेगी।''

सर्वाइकल कैंसर का टीका 9 से 14 वर्ष की आयु की लड़कियों को लेना चाहिए। वर्तमान में, यह व्यावसायिक रूप से PER DOSE 2000 रुपये की कीमत पर उपलब्ध है।